सीहोर। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, पीरामल फाउंडेशन की 13 सदस्यों की टीम सीहोर जिले में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। यहां पर्याप्त वर्षा के बावजूद, 4 से 5 महीने तक जल संकट का सामना करना पड़ता है। इस समस्या और इससे जुरे कई समस्या से निपटने के लिए, पीरामल फाउंडेशन ने अपने गांधी फेलोज के सहयोग से और सरकार के साथ मिलकर, वर्षा जल के संरक्षण, गंदे पानी के पुन: उपयोग और कृषि में पानी की खपत को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया है। फाउंडेशन किसानों को मृदा स्वास्थ्य, बहुस्तरीय खेती और जैविक खेती जैसे कई मुद्दो के बारे में जागरूक कर रही है, ताकि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सके। इस पहल के तहत, इछावर जनपद के कालापीपल गांव में गांधी फेलो शशी भूषण और पंचायत के सहयोग से एक विशेष ग्राम सभा आयोजित की गई, जिसमें कृषि विस्तार अधिकारी मधु मालवीय की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पीरामल फाउंडेशन के इस प्रयास का उद्देश्य किसानों और समाज के अन्य लोगों को जागरूक करना है, ताकि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा हो सके और पर्यावरण के साथ-साथ किसानों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो।