करवा चौथ के समान ही महिलाओं में उत्साह, ग्राहकी तेज
नर्मदापुरम। हरतालिका तीज का व्रत सोमवार को किया जाएगा। सुहागन महिलाओं के द्वारा करवा चौथ की तरह यह कठिन व्रत किया जाता है। इसमें निर्जला व्रत रखा जाता है। इस व्रत को लेकर महिलाओं में विशेष उत्साह है। पं राजेंद्र पांडेय ने बताया कि शुभ मुहूर्त सुबह 5.27 से 7.52 तथा पूजा मुहूर्त शाम 17.50 से 20.09 बजे तक है। यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हस्त नक्षत्र के दिन होता है। इस दिन कुंआरी और सौभाग्यवती महिलाएं भगवान गणेश, भोलेनाथ और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इसलिए इन तीनों देवी देवताओं की विशेष पूजन के दिन को तीजा की पूजा कहा जाता है। उन्होने बताया कि हरतालिका तीज पर माता पार्वती और भगवान शंकर की विधिविधान से पूजा की जाती है। हरतालिका पूजन के लिए भगवान शिव माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत या काली मिट्टी की प्रतिमा हाथों से बना कर पूजन करनी चाहिए। पूजास्थल को फूलों से सजाकर जिसे फुलेरा कहा जाता है। फुलेरा बना कर उसके नीचे एक चौकी रखकर उस चौकी पर केले के पत्ते रख भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करने के साथ चार पहर में अलग-अलग आरती की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस पूजन से सभी मनोरथ को पूरे हो जाते है। पूजन के बाद तीजा की कथा सुनें और रात्रि जागरण करें। ककड़ी के साथ हलवे का भोग लगाकर व्रत खोला जाता है। अब महिलाओं के विशेष पर्व आते जा रहे हैं।