जबलपुर। कविता मन की रसानुभूति का माध्यम है। कविता से रस के साथ राष्ट्र और समाज के प्रति कर्तव्य और दायित्व बोध का भी ज्ञान मिलता है। श्री आलोक पाठक के काव्य में राष्ट्र एवं समाज के प्रति चिंता एवं चेतना के साथ अध्यात्म की आभा समाहित है। तदाशय के उद्गार कवि- कथाकार, संगठक श्री आलोक पाठक की काव्य कृति आलोक अक्षत के विमोचन समारोह में अतिथियों ने व्यक्त किए। स्व. कृष्णकांत पाठक की स्मृति में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि श्री अजय विश्नोई विधायक थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. कृष्णकांत चतुर्वेदी ने की। विशिष्ठ अतिथि श्री लखन घनघोरिया विधायक, विनय सक्सेना विधायक, जगत बहादुर सिंह अन्नू महापौर, कमलेश अग्रवाल नेता प्रतिपक्ष,डॉ हरिशंकर दुबे,डॉ. सुमित्र एवं आचार्य भगवत दुबे थे। प्रारंभ में नृत्य कलाकार अंकिता गिनारा ने वंदना नृत्य,अनुश्री एवं महिमा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। स्वागत भाषण अभय जैन ने दिया। समारोह का संचालन राजेश पाठक प्रवीण एवं आभार विलोक पाठक ने व्यक्त किया । डॉ.आनंद तिवारी,डॉ. सत्येंद्र जैन, प्रतुल श्रीवास्तव, यशोवर्धन पाठक, के दिशा दर्शन में आयोजित समारोह में पत्रकारिता,धर्म, अध्यात्म, साहित्य, आदि विविध क्षेत्रों के मनीषियों को सम्मानित किया गया।श्री अशोक मनोध्या को स्व. कृष्णकांत पाठक स्मृति धर्मसेवा अलंकरण, प्रेम शंकर तिवारी को राकेश अवस्थी स्मृति पत्रकारिता अलंकरण, टी.के. विद्यार्थी को संतोष दुबे स्मृति अलंकरण,प्रतिभा विकास मंच अग्रवाल समाज को राकेश अग्रवाल स्मृति अलंकरण एवं दिव्या चौबे को कला सम्मान अलंकरण से अतिथियों के साथ सरिता पाठक,त्रिलोक डॉ. प्रीति पाठक ने सम्मानित किया।वक्ताओं ने कहा कविता मन के संस्कारों से जुड़ी हुई होती है।कृतिकार ने संस्कारों से प्रभावित होकर काव्य सृजन किया है। कवि आलोक ने भाव भरे मन से कहा कि सामाजिक विसंगतियों, विद्रूपताओं ने उन्हें सदैव उद्वेलित किया है।उनका सृजन इन्हीं उद्वेलनाओं के प्रति आक्रोश है।श्री पाठक ने भाव प्रधान कविता प्रस्तुत की। समारोह में श्रीमती रामेश्वरी देवी पाठक, प्रकाश माया पाठक,यशोवर्धन पाठक, कमलेश तिवारी, मुकेश गुप्ता, विकास आरती पाठक, डॉ.अपर्णा पाठक ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ. सत्येंद्र जैन, जे.पी. अवस्थी, गजेंद्र राठौर, विट्ठल वैद्य, प्रवीण पटेल, शुभम जायसवाल, गुड्डू गुप्ता, आनंद किशोर साहू सहित अजीत नायक,वंदना सोनी,शुभम यादव, संदीप जैन के साथ अनेकांत से राजेंद्र मिश्रा, डॉ. संध्या श्रुति, मंथनश्री से संतोष नेमा, वर्तिका से विजय अनुज,हिंदी सेवा समिति से डॉ. सलमा जमाल के साथ गोलबाजार महिला मंडल ने कृतिकार का अभिनंदन किया।