8 गडरिया और भेड़ों का रेस्क्यू, हिल स्टेशन पचमढ़ी में सबसे ज्यादा 9.49 इंच बारिश
नर्मदापुरम। मप्र के कई जिलों में बूढ़ी हो रही वर्षा और लौटते मानसून की लगातार रूक रूक कर जारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। अनेक बस्तियों में बरसाती पानी भरने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दो दिन से सूर्यदेव नहीं निकल सके हैं। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के प्रभाव के कारण नर्मदांचचल व नर्मदापुरम संभाग के तीनो जिले नर्मदापुरम, बैतूल और हरदा जिले में पिछले 24 घंटे से रुक.रुककर बारिश का दौर जारी है। नर्मदापुरम जिले में सबसे ज्यादा पचमढ़ी में 9.49 इंच और नर्मदापुरम शहर में 7 इंच बारिश दर्ज हुई है। नर्मदा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। अलार्म पाइंट 964 फीट के पास पहुंचने के बाद तवा बांध के गेट बंद कर दिए जाने तथा बारिश के थमने के कारण नर्मदा का जल स्तर दोपहर बाद तीन फिट कम होने के कारण प्रशासन व नागरिकों ने राहत की सांस ली। लेकिन बरगी बांध से छोड़ गए पानी का रात 11 बजे के लगभग आने से फिर एक बार नर्मदा के जल स्तर में वृद्धि हुई है। तवां और बरगी बांध के गेटों से छोड़े जाने वाले पानी का समय कुछ ऐसा मिलाया जा रहा है जिससे कि एक साथ पानी का फ्लो न हो जिससे बाढ़ के हालात नहीं बन सके। बारिश कम होने से फिल्हाल बाढ़ का खतरा टल गय है। यदि बारिश होती रही तो फिर बाढ़ आने की संभावना है।
स्टेट हाई-वे बंद
जिले की गंजाल नदी का पानी पुल से ऊपर बहने से नर्मदापुरम.-हरदा- खंडवा स्टेट हाइवे बंद है। 14 घंटे तक हाइवे पर वाहनों के पहिए थमे रहे। बिसाैनी गांव में पोपवंती नदी की बाढ़ में 8 गडरिए और 300 भेड़.बकरी व 6 ऊंट फंस गए। गडरिया व भेड़.बकरी काे रेस्क्यू कर बचा लिया।
18 घंटे में करीब 26 फीट पानी बढ़ा
तवा बांध में भी तेजी से पानी बढ़ रहा है। जिस कारण बांध के सभी 13 गेट 20.-20 फीट तक खोलने पड़े थे। सुबह 8 बजे तक करीब 4 लाख 8 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसके बाद धीरे.-धीरे गेट बंद कर कम कर दिए गए। शनिवार शाम 4 बजे तवा डैम के 5 गेट 6 फीट तक खुले है। जिससे 1468 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा से छोड़े पानी से नर्मदा में उफान आ गया। नर्मदा नदी सेठानी घाट पर अलार्म लेवल के करीब तक पहुंंची। सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर 18 घंटे में करीब 26 फीट पानी बढ़ा। 963.10 फीट पहुंचने के बाद धीरे-धीरे जलस्तर कम उतरने लगा। शाम 4 बजे जलस्तर 961.40 फीट के करीब पहुंच गया। बरगी डैम से शुक्रवार को छोड़ा पानी शनिवार रात तक पहुंचेगा। जिसके बाद फिर से नर्मदा का जलस्तर थोड़ा ओर बढ़ने की संभावना है।
बांद्राभान जाने वाला रास्ता बंद
शनिवार सुबह 11 बजे नर्मदा का जलस्तर सेठानी घाट पर 962 से ऊपर पहुंच गया था। जिसके बाद मालाखेड़ी नर्मदापुरम से बांद्राभान जाने वाले नाले का पानी रिर्टन आने से रास्ता बंद हो गया। बाढ़ के हालत को देखते हुए उससे निपटने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस व स्थानीय प्रशासन पहले से अलर्ट हो गया।