नर्मदापुरम। महेश वर्मा ने बताया हैं कि भारतीय साक्छय अधिनियम 1872 की धारा 76 के पालन में भारतीय संविधान से प्राप्त मौलिक अधिकारों को लेकर 03 अगस्त में कार्यालय नगरपालिका से जानकारी मांगी थी कि प्रथम नियुक्ति की स्थिति में कर्मचारी मनमोहन तिवारी, ओम प्रकाश रावत, गणेश कहार, स्वर्गीय महेश सोनी, स्वर्गीय उर्मिला नागवंशी के सर्विस रिकार्ड में परिवार से कौन सदस्य उत्तराधिकारी थे कि जानकारी न देकर भारतीय साक्छय अधिनियम की धारा 76 की अवमानना की गई है जानकारी न देने के अभाव में उक्त अधिनियम में प्रावधान हैं कि संबधित अवमानना करने वाले के विरूद्ध भारतीय दंड सहिता आईपीसी की धारा 166, 166। 188, 420, 260 के अंतर्गत पुलिस थाना में शिकायत दर्ज की जा सकती हैं। नगरपालिका परिषद नर्मदापुरम में सूचना का अधिकार अधिनियम का पालन नहीं किया जाता है। जानकारी नहीं दी जाती हैं प्रथम व द्वितीय अपील की कार्यवाही में बहुत समय व पैसा दोनो बर्बाद होते है इसलिए भारतीय साक्छय अधिनियम के तहत जानकारी मांगी गई थी इसकी भी अवमानना नगरपालिका के द्वारा करके स्वत: ही आईपीसी की धाराओ के तहत अवसर प्रदान किया गया है। वर्मा ने नगरपालिका के सीएमओ नवनीत पांडे से अपेक्षा हैं कि जो जानकारी आवेदन पत्र के माध्यम से मांगी गई है पन्द्रह दिवस की समयावधि में उक्त संपूर्ण जानकारी दी जावे जानकारी क्यों नहीं दी गई भारतीय साक्छय अधिनियम की धारा का उल्लेख किया जावे अन्यथा विवश व बाध्य होकर आपके व्यक्तिगत नाम से भारतीय दंड संहिता आईपीसी की धाराओ के अंतर्गत पन्द्रह दिवस की समयावधि के पश्चात शिकायत दर्ज की जायेगी जिसकी संपूर्ण जबाबदारी आपकी होगी।