नर्मदापुरम। बुदनी।रिमझमि बरसता हुआ सावन के बाद भादों माह में प्रकृति प्रेमियों के लिए पर्वतीय क्षेत्र के झरने मनभावन बने हुए हैं। बीते कुछ दिनों से हल्की बारिश का दाैर जारी है। रूक रूक कर हो रही बारिश से पर्वत श्रृंंखलाएं हरी भरी हैं। विंध्य पर्वत की शृंखलाओं में दूर-दूर तक फैली हरियाली और उसके बीच बह रहे कल-कल स्वर करते झरने लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। मुख्यालय से करीब 22 किलोमीटर दूर शाहगंज मार्ग पर पहाड़ियों के बीच जब मार्ग से लोग निकलते हैं तो झरने की तेज मधुर ध्वनि लोगों को लुभाती है। जब एक दूसरे से इस बात की जानकारी मिल रही है कि सड़क मार्ग के पास ही झरना है। तो लोग वहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। यहां तक कि भोपाल से भी कई लोग इस झरने में स्नान करते हुए आनंदित हो रहे हैं। कई लोग सपरिवार इस विंध्याचल पर्वत श्रृंखला के इस झरने को निहारने के लिए जा रहे हैं। प्राकृतिक वातावरण से सरोबाेर पहाड़ियों में मौजूद जड़ी बूटियों से संपर्क करते हुए बहता जल लोगों का मनोरंजन करने के साथ ही इम्नुनिटी बढ़ा रहा है। आंखों को सुकून मन को आनंदित करने वाले झरने कभी तेज कभी धीमी गति से बह रहे हैं। पर्यावरण के जानकार पूर्व उपवन पाल आरआर सोनी ने बताया कि विंध्य और सतपुड़ा की पहाड़ियों पर लाखों तरह की वनोषियां हैं। इस मौसम में झरनों में कुछ देर तक स्नान करने से तन-मन स्वस्थ्य हो जाता है।