नई दिल्ली (आरएनएस)। डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। रुपये के एक रेंज में कारोबार करने की वजह मैक्रोइकोनॉमिक डेटा का सकारात्मक होना है, जिसने कच्चे तेल की कीमत में बढ़त और डॉलर की मजबूत के रुपये पर प्रभाव को कम कर दिया है। फॉरेक्स ट्रेडर्स का कहना है कि घरेलू स्तर पर खुदरा महंगाई और इंडस्ट्रीयल प्रोडक्शन के आंकड़े बाजार अनुमान से बेहतर आने के चलते रुपये को सहारा मिल रहा है। फिलहाल निवेशक अमेरिका में महंगाई के डेटा और यूएस फेड के महंगाई को कम करने के लिए अपनाए जाने वाले तरीके पर स्पष्टीकरण का इंतजार कर रहे हैं।
डॉलर के मुकाबले रुपये में कारोबार
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज के मुताबिक, रुपया एक सीमित दायरे में बना हुआ है। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 82.92 पर खुला था। इसके बाद 82.95 के स्तर को शुरुआती कारोबार में पहुंच गया। सत्र में रुपया 82.95 पर बंद हुआ था। डॉलर इंडेक्स में हल्की गिरावट हुई है और यह 0.05 प्रतिशत गिरकर 104.65 अंक पर है। कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.21 प्रतिशत बढक़र 92.25 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है।सीआर फॉरेक्स एडवाइजर के एमडी अमित पबारी ने कहा कि 82.80 का स्तर निकलने के बाद रुपया 82.50 के तरफ जाएगा। 83.25 इसमें एक मजबूत बाधा स्तर है।