श्रीनगर, (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि केंद्र के सत्तारूढ़ गठबंधन की अगुआ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने से इतनी डरी हुई क्यों है। उमर ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा, अगर यहां शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी), पंचायत और संसद के चुनाव हो सकते हैं, तो जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव क्यों नहीं हो सकते। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि भाजपा विधानसभा चुनाव कराने से क्यों भाग रही है। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, वे इतने डरे हुए क्यों हैं..मैदान में आएं और लोगों का सामना करें, देखेंगे कि कौन कहां खड़ा है।
शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उमर ने कहा कि प्रशासन को चुनावों की घोषणा करने दें और उसके अनुसार बात करेंगे उन्होंने कहा, जब यूएलबी चुनावों की घोषणा होगी तो हम तैयार हो जाएंगे। लद्दाख हिल डेवलपमेंट काउंसिल चुनाव में च्हलज् चिह्न के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर लद्दाख प्रशासन इस चिह्न के खिलाफ बार-बार अदालतों का दरवाजा खटखटा रहा है।
उन्होंने कहा, हम अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न चाहते हैं। हम अपने सिंबल पर चुनाव लडऩा चाहते हैं। लद्दाख प्रशासन को इस पर आपत्ति क्यों है।उन्होंने कहा, हम उच्च न्यायालय गए, जहां एकल पीठ ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया। बाद में उन्होंने (प्रशासन) खंडपीठ में ३०० पन्नों की याचिका दायर की जहां हम विजयी भी हुए। अब हमें पता चला है कि वे उच्चतम न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करने जा रहे हैं। उमर ने कहा, लद्दाख हिल डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस का चुनाव चिह्न क्यों बना बड़ा मुद्दाज्हमारे वकील उच्चतन न्यायालय में केस लडऩे के लिए तैयार हैं और वहां भी जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार (भाजपा) के खिलाफ संघर्ष अब हमारी आदत बन गई है।